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lirik lagu mtv hustle – seekh

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श्लोविज
uk ~ १८ से

भूल बैठे हिन्दी को ये बनते बेचारे
गुरु कहने वाले आज sir क्यों पुकारे
गलती हमारी ना तुम्हारी,है ये सबकी
खुद ही खुद से खुद ही की भाषा को हैं मिटारे

हिन्दी का मैं प्रेमी हिन्दी भाषा अलग
जग सारा जाने हिन्दी मातृभाषा अलग
हग मत यहां जा तू कर खुद को अलग
निकलूं हिन्दी झाँकी देख इसकी झलक
आवाम करे खण्ड हिन्दी भाषा का समापन
सौंपा ज्ञापन,करके मापन
पेश पहला है विज्ञापन
अध्यापन का सत्यापन है जो देता है निष्कासन
हिन्दी भाषा में है प्यार, हिन्दी भाषा में अपनापन

श्लोक वाली बोली, वाणी जैसे मेरी तीक्ष्ण
मैं हिन्दी का संरक्षक जैसे गीता में श्री कृष्ण
हस्त थामे जब कलम तो बनते हिन्दी चित्र
ये जिह्वा, कण्ठ,हस्त,मुख मेरे हैं हिन्दी मित्र

हिन्दी आन बान शान हिन्दी मेरी जान
वायु मांगे जैसे देह हिन्दी में हैं ऐसे प्राण
ध्यान मेरा सब पे जो नकारे हिंदी ज्ञान
हिन्द देश की पैदाइश बेटा बात मेरी मान

भूल बैठे हिन्दी को ये बनते बेचारे
गुरु कहने वाले आज सर क्यों पुकारे?
गलती हमारी ना तुम्हारी,है ये सबकी
खुद ही खुद से खुद ही की भाषा को हैं मिटारे

तो आइए देवियों और सज्जनों, आज हम आपको हिंदी भाषा का भान कराते है
क से ज्ञ तक

कौन,किसका कितना, कहता कर्म काफी
ख्याल खास खबरदार खामियाजि
गजब गज़ल गुजर गई गाथाएं गांधीवादी
घटा घमंड घड़ियां घातक घोर घपलेबाजी
चतुर चालाकी चालबाजी चाहे चिंदीचोर
छुड़ाए छक्के छूटी छाप छोड़े छीनाछोर
जवाब जाने जनता जिसमें जिसका जितना जोर
झेले झमेले झगड़े झूठमूठ झोलमोल
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टप टप टपकती टर्राए टहनी टूट
ठप ठप ठठेरा ठठोले ठोके ठूंठ
डब डब डराती डकैती डहके डूब
ढक ढीला ढक्कन ढिंढोरा ढूंढे ढूंढ
तप तेरा तू तो तलाशे तिलमिलाए
थपकी थकाती थकान थपथपाए
दुनिया दबाती दबिश दबदबाए
धुरंधर धुन धिन धा धा धा धिनधिनाए

नस्ले निकली नकली नामचीन नमस्कार
प्राप्त पद, प्रयास प्राथमिकता परोपकार
फसलें फूली फिरसे बरकते बरखुरदार
भ्रातप्रेम भ्रष्ट, भ्रष्ट भूत भाग्यदार
मुनासिब मुताबिक मुखातिब मुराद
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सफर सही संगीत सब संवारे संस्कारे
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