lirik.web.id
a b c d e f g h i j k l m n o p q r s t u v w x y z 0 1 2 3 4 5 6 7 8 9 #

lirik lagu vatan mirza, ritu (rapper) & trigo (ind) - unsaid

Loading...

[vatan mirza, ritu & trigo “unsaid” के बोल]

[chorus: ritu]
ना जाने कैसे हम तुम को पालें
और तुमको पा कर, हम ख़ुद को जाने
के कैसे हम फिरते थे ख़ुद से अंजाने
बेगाने ज़माने में (would you die for me?)

[verse 1: vatan mirza]
अंजाने हम दोनों और साथ नहीं
और तेरी अब करता मैं बात नहीं
हूँ लोगों के बीच में, टाँगे वो खींचते
देखते हैं आपको, आँखें हम मींचते
सोच के आपको पा ना सकेंगे
ऊँचे हो सुर, हम गा ना सकेंगे
हुआ कुछ ऐसा के पा भी लूँ तुमको
तो लोग यहाँ के ताने कसेंगे मुझपे
हम ख़ुश थे आपके साथ में ख़्वाब में
आपका नौकर मैं, आप ही साहब हैं
आपको पाकर ‘गर करूँ गुनाह तो बोलूँ ख़ुदा से
के “जोड़ लो नया गुनाह तुम हिसाब में”

[chorus: ritu]
ना जाने कैसे हम तुम को पालें
और तुमको पा कर, हम ख़ुद को जाने
के कैसे हम फिरते थे ख़ुद से अंजाने
बेगाने ज़माने में
[verse 2: ritu]
तुम मुझको ना जानो, मैं तुम को जानती
तेरी ही बातों में खोना मैं चाहती
तेरे अलावा किसी को नहीं जानती
दिल की सारी बातें कहना मैं चाहती
तूने क्या समझा एक तुझको ही प्यार है?
मैं भी खड़ी हूँ इस बीच मझधार में
जान~ए~जाँ तुझको ग़लत नहीं समझा (would you die for me?)
पर लोगों के लिए तो तू ही बेकार है
मुझसे ये फ़ासले सहे नहीं जाएँगे
टूटे ये ख़्वाब, वो जोड़े नहीं जाएँगे
इंतजार किया है सदियों से तेरा
जो तू नहीं आया तो हम ही मर जाएँगे
प्यार में तेरे हद़ से गुज़र जाएँगे
दुनिया से तेरे लिए हम लड़ जाएँगे
जो भी है तूने किया
हमेशा ही उसके आभारी रह जाएँगे
तोड़ो ये धर्म का बंधन और सीने से मुझको तुम आकर लगा लो
मैं बिखरी हूँ, तुम मुझको आकर सम्भालो
लगा लो सीने से के फ़िर नहीं जाओगे
हुआ कुछ बुरा तो पास ही आओगे
धुन हूँ तुम्हारी, तुम मुझको ही गाओगे
सीने से आकर तुम मुझको लगाओगे

[verse 3: trigo]
hmm
अब मैं बैठा हूँ बस (बस)
हाँ, तुझे देख सहता हूँ सब (सब)
मेरे पास बात हज़ार हैं
इन गानों में कहता हूँ दस
मुझे ये फ़र्ज़ की बातें रोक लेती हैं
ज़ख्मी रातें खोज लेती हैं
इतने सबूत रखे तेरे सामने आके
फ़िर भी गुनहगार के बारे सोच लेती है (सोच लेती है)
अब तेरी गलियों में आने की तो बात ही नहीं (बात ही नहीं)
तू डरीओ मत जब हो कोई साथी नहीं
तुझे परवाह है झूठ की इतनी ज़्यादा
की सच के साथ तू कभी जाती नहीं (जाती नहीं)
मुझे सब पता होके भी लापता~सा फिरूँ (फिरूँ)
तुझसे ख़फ़ा हूँ फ़िर भी मरा~मरा जीऊँ (would you die for me?)
क्या करें? क्या करूँ?
[outro: trigo]
क्या करें? क्या करूँ?
क्या करें? क्या करूँ?


Lirik lagu lainnya:

LIRIK YANG LAGI HITS MINGGU INI

Loading...