
lirik lagu romy, ginny diwan, ajay jayanthi & mxrzi - danke ki chot
[romy, ginny diwan, ajay jayanthi & mxrzi “danke ki chot” के बोल]
[verse 1: romy]
ज़िद हैं तो हल मिले यहां
जो ना सोया, वही देखे सुबह [(?)]
[pre~chorus: romy]
हर सांस को तू ज़रा आग देना यूं
हिम्मत की बढ़ा दे आंधियाँ
हर नींद को तू आवाज़ दे के भर
आंखों में जज़्बा
[chorus: romy]
डंके की चोट पे कहना हैं
अपने इरादों पे रहना हैं
तेरे फैसले सोने से खरे
सोने का हैं हौसला
[verse 2: mxrzi]
मन कहे झुकना नहीं (ayy), तू कभी रुकना नहीं (ayy)
मुश्किलें खड़ी जो सामने, डर की कभी भी सुनना नहीं
आंधी से डरे ना, अकेले तू बढ़े जा, बढ़े जा
कर इंतज़ार, बेईमानी को हराना हैं
चलते, चलते जा, आंधी हो या फिर तूफ़ान
अभी आई तेरी बारी तो दिखा दे उनको खेल वो
पूरा इंतेज़ाम, सोने से है बढ़कर दाम तेरा
गिरते~पड़ते जैसे भी पूरा करेंगे aim वो
[pre~chorus: romy]
हर सांस को तू ज़रा आग देना यूं
हिम्मत की बढ़ा दे आंधियाँ
हर नींद को तू आवाज़ दे के भर
आंखों में जज़्बा
[chorus: romy]
डंके की चोट पे कहना हैं
अपने इरादों पे रहना हैं
तेरे फैसले सोने से खरे
सोने का हैं हौसला
डंके की चोट पे कहना हैं
डट के इरादों पे रहना हैं
तेरे फैसले सोने से खरे
सोने का हैं हौसला
[bridge: romy]
(चलते जा, चलते जा)
हाँ, चलते जा, चलते जा, हाँ, फुक जा रे
चलते जा, चलते जा, ना रुक
अंगारों (चलते जा) की दीवार चीर जा रे तू
दहके, दहके, दहके, दहके, दहके
चलते जा, चलते जा, हाँ, फुक जा रे
चलते जा, चलते जा, ना रुक
शोलो (चलते जा) से हार मान कर कही अब
बुझ ना जाए ये, मिट ना जाए सपना
[chorus: romy]
डंके की चोट पे कहना हैं
अपने इरादों पे रहना हैं
तेरे फैसले सोने से खरे
सोने का हैं हौसला
डंके की चोट पे कहना हैं
डट के इरादों पे रहना हैं
तेरे फैसले सोने से खरे
सोने का हैं हौसला
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