lirik.web.id
a b c d e f g h i j k l m n o p q r s t u v w x y z 0 1 2 3 4 5 6 7 8 9 #

lirik lagu prateek kuhad – kadam

Loading...

मैं कदम कदम
बदलता हूँ यन्हि
ये ज़िंदगी बदलती ही नही

है लफ़्ज़ों की कमी

मैं इधर उधर फिसलता ही रहा
ये मन कभी संभलता ही नही
हूँ यादों में छुपा

ये शाम कैसे रंग सी है
उड़ती उतरती पतंग सी है
मैं कल की बाहो में हु फसा
ये वक़्त भी मुझे भुला गया

मैं घड़ी घड़ी बेख़बर ही था
क्या राज मेरे दिल में है छुपा
है नाम क्या मेरा?

क्यूँ? सवालों की लहर मुझे मिली
मैं घुल गया समय की आग थी
ये नज़में भी घुल गयी

ये रास्तें क्यूँ अलग से हैं
लिखते टहलते कलम से हैं
मैं कल की साँसों में हूँ छुपा
ये वक़्त भी मुझे भुला गया

ये शाम कैसे रंग सी है
उड़ती उतरती पतंग सी है
मैं कल की बाहो में हु फसा
ये वक़्त भी मुझे भुला
ये रास्तें क्यूँ अलग से हैं
लिखते टहलते कलम से हैं
मैं कल की साँसों में हूँ छुपा
ये वक़्त भी मुझे भुला गया

ये वक़्त भी मुझे भुला गया


Lirik lagu lainnya:

LIRIK YANG LAGI HITS MINGGU INI

Loading...