lirik.web.id
a b c d e f g h i j k l m n o p q r s t u v w x y z 0 1 2 3 4 5 6 7 8 9 #

lirik lagu narendra singh negi - layun chhai bhaag chhanti ki

Loading...

लयूं छों भाग छांटी की देयूं छों वेक अनज्ल्योंन

सलाह बिराणी सगोर अपणु नि खे जाणी क्या कन तब

लयूं छों भाग छांटी की देयूं छों वेकू अनज्ल्योंन
सलाह बिराणी सगोर अपणु नि खे जाणी क्या कन तब
लयूं छों भाग छांटी की देयूं छों वेकू अनज्ल्योंन

मनु ओणान सेत्यां गोर, पल्यां, कुकरू गुरणा छन~२
की जोंका बाना बिसरू हेसुणु, व्ही, अपडा रुवाणा छन
निसाब अपडू अफ़ी जब क्व्वी, नि के जाणी क्या कन तब
लयूं छों भाग छांटी की देयूं छों वेकू अनज्ल्योंन

जो लीगी पेंछु ह्युंदयू घाम, रूडी, आई लोटाणु~२
की चोरी चेल ज्वानीम जेन, बुढ़ेंदा, राइ सों खाणु
निसाब अपडू अफ़ी जब क्व्वी, नि के जाणी क्या कन तब
लयूं छों भाग छांटी की देयूं छों वेकू अनज्ल्योंन

वो जे बिरधि ऊँ बेरयु की, जू, पीठी मा घो लगे गेनी~२
रयां राजी वो दगडया भी, जो, मोल्याँ घो लुके गेनी
निसाब अपडू अफ़ी जब क्व्वी, नि के जाणी क्या कन तब
लयूं छों भाग छांटी की देयूं छों वेकू अनज्ल्योंन
सलाह बिराणी सगोर अपणु नि खे जाणी क्या कन तब
लयूं छों भाग छांटी की देयूं छों वेकू अनज्ल्योंन


Lirik lagu lainnya:

LIRIK YANG LAGI HITS MINGGU INI

Loading...