lirik lagu narci - ram darshan - volume 2
[chorus: prem bhushan ji maharaj]
पता नहीं किस रूप में तहत मिलना मेरे राघव का
पता नहीं किस रूप में आकर खोलेंगे दरवाजा हां
पता नहीं कब कैसी लीला नारायण मेरे खेलेंगे
पता नहीं किस रूप में दर्शन राम मुझे मेरे देंगे
पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएंगे
कर्मों की मेरी नैया हल्की पार प्रभु ही लगाएंगे
पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएंगे
क्या पता मेरा हाथ पकड़ वो त्रेता में ले जाएंगे
[verse 1: narci]
सांस रुकी तेरे दर्शन को, न दुनिया में मेरा लगता मन
शबरी बनके बैठा हूँ मेरा श्री राम में अटका मन
बेक़रार मेरे दिल को मैं कितना भी समझा लूँ
राम दरस के बाद दिल छोड़ेगा ये धड़कन
काले युग प्राणी हूँ पर जीता हूँ मैं त्रेता युग
करता हूँ महसूस पलों को माना ना वो देखा युग
देगा युग कलि का ये पापों के उपहार कई
छंद मेरा पर गाने का हर प्राणी को देगा सुख
हरी कथा का वक्ता हूँ मैं, राम भजन की आदत
राम आभारी शायर, मिल जो रही है दावत
हरी कथा सुना के मैं छोड़ तुम्हें कल जाऊंगा
बाद मेरे न गिरने न देना हरी कथा विरासत
पाने को दीदार प्रभु के नैन बड़े ये तरसे हैं
जान सके न कोई वेदना रातों को ये बरसे हैं
किसे पता किस मौके पे, किस भूमि पे, किस कोने में
मेले में या वीराने में श्री हरी हमें दर्शन दे
[chorus: prem bhushan ji maharaj]
पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएंगे
कर्मों की मेरी नैया हल्की पार प्रभु ही लगाएंगे
पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएंगे
क्या पता मेरा हाथ पकड़ वो त्रेता में ले जाएंगे
पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएंगे (x2)
[verse 2: narci]
इंतजार में बैठा हूँ कब बीतेगा ये काला युग
बीतेगी ये पीड़ा और भारी दिल के सारे दुख
मिलने को हूँ बेक़रार पर पापों का मैं भागी भी
नजरें मेरी आगे तेरे श्री हरी जाएगी झुक
राम नाम से जुड़े हैं ऐसे खुद से भी ना मिल पाये
कोई न जाने किस चेहरे में राम हमें कल मिल जाये
वैसे तो मेरे दिल में हो पर आँखें प्यासी दर्शन की
शाम, सवेरे सारे मौसम राम गीत ही दिल गाये
रघुवीर ये विनती है तुम दूर करो अंधेरों को
दूर करो परेशानी के सारे भूखे शेरों को
शबरी बनके बैठा पर काले युग का प्राणी हूँ
मैं झूठा भी न कर पाऊंगा पापी मुँह से बेरों को
बन चुका बैरागी दिल, नाम तेरा ही लेता है
शायर अपनी सांसें ये राम सिया को देता है
और नहीं इच्छा है अब जीने की मेरी राम यहाँ
बाद मुझे मेरी मौत के बस ले जाना तुम त्रेता में
[bridge]
राम के चरित्र में सबको अपने घर का, अपने कष्टों का जवाब मिलता है
[chorus: prem bhushan ji maharaj]
पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएंगे
कर्मों की मेरी नैया हल्की पार प्रभु ही लगाएंगे
पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएंगे
क्या पता मेरा हाथ पकड़ वो त्रेता में ले जाएंगे
पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएंगे
कर्मों की मेरी नैया हल्की पार प्रभु ही लगाएंगे
पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएंगे
क्या पता मेरा हाथ पकड़ वो त्रेता में ले जाएंगे
[outro: narci]
बन चुका बैरागी दिल, नाम तेरा ही लेता है
शायर अपनी सांसें ये राम सिया को देता है
और नहीं इच्छा है अब जीने की मेरी राम यहाँ
बाद मुझे मेरी मौत के बस ले जाना तुम त्रेता में
बन चुका बैरागी दिल, नाम तेरा ही लेता है
शायर अपनी सांसें ये राम सिया को देता है
और नहीं इच्छा है अब जीने की मेरी राम यहाँ
बाद मुझे मेरी मौत के बस ले जाना तुम त्रेता में
पता नहीं किस रूप में दर्शन राम मुझे मेरे देंगे…
Lirik lagu lainnya:
- lirik lagu bezmamo - тает лёд(грибы cover)
- lirik lagu mtd (fr) - alan smithee intro
- lirik lagu greg august - flamingo
- lirik lagu sammany hajo - matalib/demands
- lirik lagu gangshmang - גאנגשמאנג - סטלות של שייקספיר
- lirik lagu caleb gordon & mike teezy - i got a secret
- lirik lagu .com - lover for tonight
- lirik lagu deep chatham - golden lies
- lirik lagu kara - hello
- lirik lagu yuri gal - second microdistrict