lirik.web.id
a b c d e f g h i j k l m n o p q r s t u v w x y z 0 1 2 3 4 5 6 7 8 9 #

lirik lagu mahendra kapoor – muddat ki tamannaon ka sila

Loading...

मुद्दत की तमन्नाओ का सिला जज्बात को अब मिल जाने दो -२
जिस तरह मिली हैं दो रूंहे उस तरह से लब मिल जाने दो
मुद्दत की —

सीने से हटा दो आँचल को, शाने से झटक दो जुल्फों को -२
शाने से झटक दो जुल्फों को
जाती हुई रंगीन घड़ियों को रुकने का सबब मिल जाने दो
मुद्दत की —
इन पाक गुनाहों की घड़ियाँ, आती हैं मगर हर रात नहीं -२
आती हैं मगर हर रात नहीं
इस रात में सब खो जाने दो, इस रात में सब मिल जाने दो
मुद्दत की —
news you might be interested in


Lirik lagu lainnya:

LIRIK YANG LAGI HITS MINGGU INI

Loading...