lirik lagu jagjit singh - kabhi ghuncha kabhi shola
Loading...
कभी ग़ुंचा, कभी शोला, कभी शबनम की तरह
कभी ग़ुंचा, कभी शोला, कभी शबनम की तरह
लोग मिलते हैं बदलते हुए मौसम की तरह
कभी ग़ुंचा, कभी शोला, कभी शबनम की तरह
मेरे महबूब, मेरे प्यार को इल्ज़ाम ना दे
मेरे महबूब, मेरे प्यार को इल्ज़ाम ना दे
हिज्र में ईद मनाई है मोहर्रम की तरह
कभी ग़ुंचा, कभी शोला, कभी शबनम की तरह
मैंने ख़ुशबू की तरह तुझ को किया है महसूस
मैंने ख़ुशबू की तरह तुझ को किया है महसूस
दिल ने छेड़ा है तेरी याद को शबनम की तरह
कभी ग़ुंचा, कभी शोला, कभी शबनम की तरह
कैसे हमदर्द हो तुम? कैसी मसीहाई है?
कैसे हमदर्द हो तुम? कैसी मसीहाई है?
दिल पे नश्तर भी लगाते हो तो मरहम की तरह
कभी ग़ुंचा, कभी शोला, कभी शबनम की तरह
लोग मिलते हैं बदलते हुए मौसम की तरह
कभी ग़ुंचा, कभी शोला, कभी शबनम की तरह
Lirik lagu lainnya:
- lirik lagu el proyecto - no quiero que llores
- lirik lagu tomás roca - meteoro
- lirik lagu nu centri & rawchris - kung fu
- lirik lagu ian pooley - heaven
- lirik lagu alley eyes - night sirens
- lirik lagu #зацв (zatsv) - зеркала (mirrors)
- lirik lagu declan welsh and the decadent west - mercy
- lirik lagu black polish - monsters
- lirik lagu dumdum boys - lange dager
- lirik lagu pkagvng - nu ta camba na opp block