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lirik lagu ekatra - ram naam

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राम नाम सत्य है
मैं सत्य हूं बाकी सब मिथ्या है
कुछ बाटने को है तो वो विद्या हैं
मैं युद्ध में होनी तो हत्या है

सत्य है, हर वो शब्द जो बकता मैं
वक्ता मैं, सबमें अलग था मैं
ये बंदर, मदारी सा लगता मैं
इन्हें नाच नचाके नी छकता मैं

वाकई साला rakim सा लिखता मैं
अपने hood में तो robin सा ठग था मैं
इनकी रगो में खून सा भगता मैं
इन बच्चों को लगता गलत था मैं

hip~hop मेरा खानदान है
इंसान माने खुदको यहा शैतान हैं
फिर भी ये बेईमान है, साले ये
सारे के सारे मुझको नी पहचाने

ये सिर्फ एक studio session है
ये सिर्फ एक moody का lesson है
मेरी आँखों में देख aggression हैं
तुम्हें हर जगह मिलना recession है

संगीत मेरा व्यसन है
संग मेरे हर रात लगे जशन है
इन बहन के दीनो मे टशन है
बिना गाली के सुन तू ये भजन है
तुझे नी हजम है शहर ये मेरा
तुझ जैसो को पालू मैं जैसे सपेरा
इस गले में लगता है रागों का डेरा
मैं चांद पे बैठ के पीता मदीरा

चबाने दे ऊट के मुँह में है जीरा
तू मेरे इन पैरो को धो~धो के पीरा
मैं सीधा, गर्दन पे मरूंगा चीरा
मै माया के ऊपर, तू माया मे जीरा

ये लौंडे हिमायती मेरे, तुझे किल्सन है
मेरी आँखों मे देख इनमे vision है
तेरे माथे पर बैठी क्यूँ शिकन है
आजा मौत लेले मुझसे तू शगुन में

कान खोल ले, सुनाता मै, नग मे
तेरा call ना उठाऊं दू चकमें
तुझे आते है रात दिन सदमे
अफसोस तू है गांजे की लत में
कहता मै

राम नाम सत्य है, सत्य है, सत्य है, सत्य है

तू जाने मेरा क्या हाल चाल?
सांप उतारते मेरे आगे खाल, बाल
मेरे gate पे खड़ा तू द्वारपाल
मैंने फूक के छोड़ दिया माल वाल
तेरे घर में नी बनतीं दाल वाल
तुझे beef ही खानी, तू गाने डाल
मैं खाल उधेड़ू, तू जाले झाड़
मझधार में बना मैं charizard

मेरा नाम लेके बैठ तू हवन मे
गंगा नाह के मै ऐठता, नगर में
तेरा सेठ हू ठेठ था मगर मैं
अब रहता हूं लिखने में मगन मैं

मेरा कद ऊँचा छूता हूँ गगन मै
तेरी लैला की पहली हूँ पसंद मैं
तेरा time आए बिना गया, दमन में
माँ कहती, मैं सोता नी लगन में

तू मुझसे पैदा मत उछले
मुझे देख के बन जाते पुतले
फिर खाया निवाला ये उगले
इन्हें सांप कहूँ या बुगले

ले दाने बिखेरू तू चुग ले
मैं चूस के फेंकू तुम गुठले
मैं हास के भूलादूँ ये जुम्ले
रहीस ना सालों तुम कंगले

ध्यान में बैठा हूँ बुद्ध मैं इन्हें
कृष्ण खिलाता हूँ युद्ध मैं
बाहर तू बाकि सब मुझ में
जो भक्त वो रहते हैं सुध में
rap करेंगे ये पुदने, इनमें
रहपटे खिंचे ये सुनन में
इनकी सोच रगड़ दूगा धुन में
मेरे रंग में रंगे ये झुंड मे

ये कुनबे में रहने लगे पड़े मेरी bin में
ये उनमें जिन्हें साला दिखता नी है दिन मैं
औ सुन बे मेरा नाम जपता घूम तेरा जिन मैं
तू किन में बतादे उसे देखता नी फ़िल्में

तेरी चिता पे तापू, मै हाथ
मैं बैठा हूँ यहि तू होले बे राख
है दूध का जला, वो बाद की बात
अब तो तू फूक के पियेगा छाछ

मैं ही एक, मेरा ही राज
देख तेरी सास फुला दूंगा आज
तेरे लिए ताज सजा मुमताज
तेरी तेहरवी पे दावत दूंगा बिराज
कहता मै

राम नाम सत्य है, सत्य है, सत्य है, सत्य है


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